दोस्त और शिष्टाचार आपको वहां ले जायेंगे जहाँ दौलत नहीं ले जा पायेगी.

दोस्ती शीशे की तरह नाजुक होती है, एक बार टूटने पर जोड़ी जा सकती है लेकिन दरारे हेमशा मौजूद रहती हैं.

एक सच्चा दोस्त वो होता है जो तब प्रवेश करता है जब बाकी दुनिया बाहर जा रही होती है.

सभी के साथ विनम्र रहिये, पर कुछ के साथ ही घनिष्ठता बनाइये, और इन कुछ को भी पूर्ण विश्वास करने से पहले अच्छी तरह से जांच लीजिये

दोस्त बनने की इच्छा रखना जल्दी का काम है, लेकिन दोस्ती धीमे-धीमे पकने वाला फल है.

लेकिन दोस्ती कीमती है, केवल मुश्किल में नहीं, बल्कि जीवन के सुखद क्षणों में भी, और धन्यवाद है उस उदार व्यवस्था को कि जीवन का बड़ा हिस्सा सुखद होता है.

वो मित्र जिन्हें अप सुबह चार बजे फोन कर सकते हैं वास्तव में मायने रखते हैं.

मित्रता दो शरीरों में रहने वाली एक आत्मा है.

अपने दुश्मनों के सामने खड़े होने के लिए बहुत साहस चाहिए होता है, लेकिन दोस्तों के सामने खड़े होने के लिए कहीं अधिक साहस चाहिए होता है.

जब आप लोगों से परफेक्ट होने की उम्मीद छोड़ देते हैं तब आप उन्हें उसके लिए पसंद कर सकते हैं जो वे हैं.

सबसे खूबसूरत खोज जो ट्रू फ्रेंड्स करते हैं वो ये है कि वे बिना अलग हुए अलग-अलग आगे बढ़ सकते हैं.

दोस्त वो होता है जो आपको आप जैसे हैं वैसा होने की पूरी आज़ादी देता है.

कभी समझाएं नहीं- आपके मित्रों को इसकी ज़रुरत नहीं है और वैसे भी आपके शत्रु आप पर यकीन नहीं करेंगे.

दोस्ती कुछ ऐसा नहीं है जो आप स्कूल में सीख सकते हैं. लेकिन यदि आपने दोस्ती का मतलब नहीं सीखा है तो वास्तविकता में आपने कुछ भी नहीं सीखा.

मुझे सुनना पसंद है. मैंने सुनकर बहुत कुछ सीखा है. ज्यादातर लोग कभी सुनते नहीं हैं.

सच्चे दोस्त सामने से छुरा भोंकते हैं.

एक दोस्त कोई ऐसा होता है जो आपके बीते हुए कल को समझता है, आपके आने वाले कल में यकीन रखता है और आपको उसी तरह अपनाता है जैसे आप हैं.

सच्ची मित्रता के सबसे अच्छे गुणों में से एक है समझना और समझे जाना.

सबसे अच्छा आइना एक पुराना दोस्त होता है.

ऐसे दोस्त मत बनाओ जिनके साथ रहना आसान हो. ऐसे दोस्त बनाओ जो तुम्हे ऊपर उठने के लिए फ़ोर्स करें.

अपने दोस्त में मुझे मेरा दूसरा स्वयं दिखता है.

मित्रता करने में धीमे रहिये, पर जब कर लीजिये तो उसे मजबूती से निभाइए और उसपर स्थिर रहिये.

जब औरत खुद अपनी सबसे अच्छी दोस्त बन जाती है, ज़िन्दगी आसान हो जाती है.

दोस्त की मुसीबतों के साथ कोई भी सहानभूति प्रकट कर सकता है, लेकिन दोस्त की सफलता के साथ सहानभूति प्रकट करने के लिए बहुत ही अच्छी प्रकृति की आवश्यकता है.

अंततः सभी संबंधों का जोड़े रखने वाली, चाहे शादी हो या दोस्ती, बातचीत होती है.

मेरे पीछे मत चलो, हो सकता है मैं नेत्रित्व ना कर पाऊं. मेरे आगे मत चलो हो सकता है मैं अनुगमन ना कर सकूँ. बस मेरे साथ चलो मेरे मित्र बनकर.

जब आप अपने मित्रों का चुनाव करें, तो चरित्र की जगह व्यक्तित्व का चयन करने का धोखा ना खाएं.