मैं उस दोस्त को महत्त्व देता हूँ जो अपने कैलेण्डर पर मेरे लिए वक़्त निकालता है, लेकिन मैं उस दोस्त को संजोंता हूँ जो मेरे लिए अपना कैलेण्डर नहीं देखता.

दोस्त बनने की इच्छा रखना जल्दी का काम है, लेकिन दोस्ती धीमे-धीमे पकने वाला फल है.

ऐसे दोस्त मत बनाओ जिनके साथ रहना आसान हो. ऐसे दोस्त बनाओ जो तुम्हे ऊपर उठने के लिए फ़ोर्स करें.

मित्र संकट के समय प्रेम दिखाते हैं.

ज़िन्दगी थोड़ी वो है जो हम इसे बनाते हैं, और थोड़ी वो जो ये हमारे चुने हुए दोस्तों द्वारा बनायीं जाती है.

वो मित्र जिन्हें अप सुबह चार बजे फोन कर सकते हैं वास्तव में मायने रखते हैं.

दोस्त बनाने का सबसे अच्छा समय होता है उनकी ज़रुरत पड़ने से पहले.

एक दोस्त जो आपके आंसुओं को समझता है वो उन ढेर सारे मित्रों से कहीं ज्यादा कीमती है जो सिर्फ आपकी मुस्कान को जानते हैं.

मैं ऐसा दोस्त नहीं चाहता जो जब मैं बदलूं तब वो बदले और जब मैं सर हिलाऊं तो वो सर हिलाए; मेरी परछाईं ये काम कहीं बेहतर कर सकती है.

एक दोस्त से अच्छा कुछ नहीं होता, जब तक चॉकलेट के साथ एक दूसरा दोस्त नहीं आ जाता.

अपने दोस्त में मुझे मेरा दूसरा स्वयं दिखता है.

मित्र वो दुर्लभ लोग होते हैं जो पूछते हैं कि हम कैसे हैं और फिर हमारे उत्तर की प्रतीक्षा करते हैं.

दोस्त किताबों की तरह होने चाहिए, थोड़े लेकिन चुनिन्दा.

एक दोस्त कोई ऐसा होता है जो आपके बीते हुए कल को समझता है, आपके आने वाले कल में यकीन रखता है और आपको उसी तरह अपनाता है जैसे आप हैं.

मित्र बनाने में धीमे रहिये और बदलने में और भी.

: मित्र वो होता है जो आपको जाने और आपको उसी रूप में चाहे.

एक सच्चा दोस्त, उचित सलाह देता है, सहजता से मदद करता है, आसानी से जोखिम उठता है, सबकुछ धैर्यपूर्वक सहता है, हिम्मत से बचाव करता है और बिना बदले दोस्ती बरक़रार रखता है.

पुरुष मित्रता को फ़ुटबाल की तरह चारो ओर मारते हैं, लेकिन वो टूटती नहीं है. महिलाएं इसे शीशे की तरह लेती हैं और वो टुकड़े-टुकड़े हो जाती है.

मित्रता अनावश्यक है, दर्शन और कला की तरह…इसके जीवन का कोई महत्त्व नहीं है; बल्कि ये उन चीजों में है जो जीवन को महत्त्व देती हैं.

यदि तुम सौ साल तक जीते हो तो मैं सौ साल में एक दिन कम जीना चाहूंगा ताकि मुझे कभी तुम्हारे बिना ना जीना पड़े।

एक सच्चा दोस्त वो होता है जो तब प्रवेश करता है जब बाकी दुनिया बाहर जा रही होती है.

कभी समझाएं नहीं- आपके मित्रों को इसकी ज़रुरत नहीं है और वैसे भी आपके शत्रु आप पर यकीन नहीं करेंगे.

केवल एक सच्चा दोस्त ही पूरी तरह ईमानदार होगा.

व्यवसाय पर आधारित दोस्ती, दोस्ती पे आधारित व्यवसाय से बेहतर है.

कुछ लोग पुजारियों के पास जाते हैं. बाकी कुछ कविताओं के. मैं अपने दोस्तों के पास जाता हूँ.

मित्रता दो शरीरों में रहने वाली एक आत्मा है.

मित्रता और पैसा: तेल और पानी.